देशभर में बिजली बिल भुगतान के सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्र सरकार और राज्य बिजली कंपनियां अब स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर लगाने का काम तेजी से कर रही हैं, जिसके बाद उपभोक्ताओं को हर महीने बिल जमा करने की बजाय मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना होगा। 11 जुलाई 2025 तक देश के 25 करोड़ से ज्यादा घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का टारगेट तय किया गया है। इस बदलाव से उपभोक्ता अपने बिजली खपत को कंट्रोल कर पाएंगे, रियल टाइम में मीटर की जानकारी देख सकेंगे और बिना लाइन में लगे, कहीं से भी पेमेंट कर पाएंगे।
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क्या है स्मार्ट मीटर, कैसे काम करता है?
स्मार्ट मीटर एक डिजिटल डिवाइस है जो आपकी बिजली खपत को रियल टाइम में रिकॉर्ड करता है। यह पुराने एनालॉग मीटर की जगह लगाकर, मोबाइल ऐप या पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ता को खपत की जानकारी देता है। इसमें प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों विकल्प होते हैं। प्रीपेड स्मार्ट मीटर में उपभोक्ता पहले से रिचार्ज कर बिजली यूज कर पाएंगे, जैसे मोबाइल रिचार्ज करते हैं। रिचार्ज खत्म होने पर नोटिफिकेशन आएगा और रिचार्ज न करने पर बिजली कनेक्शन ऑटोमेटिकली बंद हो जाएगा।
मोबाइल की तरह कैसे कराना होगा रिचार्ज
अब बिजली का बिल हर महीने की जगह मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना होगा। आप UPI, मोबाइल वॉलेट, नेट बैंकिंग, बिजली कंपनी के ऐप या काउंटर पर जाकर रिचार्ज कर सकते हैं। जैसे-जैसे बिजली का इस्तेमाल करेंगे, बैलेंस कटता जाएगा। आप चाहें तो ₹100, ₹500 या ₹1000 का रिचार्ज कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर कभी भी रिचार्ज बढ़ा सकते हैं।
स्मार्ट मीटर लगाने पर उपभोक्ताओं को क्या फायदे होंगे
- रियल टाइम खपत की जानकारी: रोजाना यह पता चल सकेगा कि कितनी बिजली खर्च हो रही है।
- बिलिंग में पारदर्शिता: अनुमानित बिल की जगह वास्तविक खपत का बिल आएगा।
- रिचार्ज आधारित सिस्टम: उपभोक्ता अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से रिचार्ज कर पाएंगे।
- लाइन में लगने की जरूरत नहीं: घर बैठे मोबाइल ऐप से रिचार्ज कर पाएंगे।
- फ्री यूनिट और सब्सिडी का फायदा रियल टाइम मिलेगा।
- प्रीपेड सिस्टम में खर्च नियंत्रित कर पाएंगे।
स्मार्ट मीटर कब से अनिवार्य होंगे
सरकार ने 2025 के अंत तक सभी पुराने मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है। कई राज्यों में जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात और दिल्ली में स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से हो रहा है। राजस्थान में 50 लाख से अधिक मीटर लग चुके हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में 60 लाख से अधिक मीटर इंस्टॉल हो चुके हैं।
कैसे लगेगा स्मार्ट मीटर
- बिजली कंपनी का कर्मचारी आपके घर आकर पुराने मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाएगा।
- इसके लिए कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाएगा।
- इंस्टॉलेशन के बाद उपभोक्ता को उपयुक्त ऐप डाउनलोड कर लॉगिन करना होगा।
- कस्टमर के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा।
स्मार्ट मीटर पर फ्री यूनिट और सब्सिडी का फायदा कैसे मिलेगा
राज्य सरकारें गरीब और बीपीएल परिवारों को फ्री यूनिट और सब्सिडी देती हैं। स्मार्ट मीटर में यह सब्सिडी रियल टाइम में बैलेंस में जुड़ जाएगी। उदाहरण के लिए अगर सरकार 100 यूनिट फ्री देती है तो पहले 100 यूनिट तक रिचार्ज में बैलेंस नहीं कटेगा। इसके बाद ही बैलेंस से राशि कटनी शुरू होगी।
किसे मिलेगा ज्यादा फायदा
- छोटे उपभोक्ता: जो 100-200 यूनिट तक बिजली खर्च करते हैं।
- बीपीएल और गरीब परिवार: जिन्हें सब्सिडी का फायदा मिलेगा।
- स्टूडेंट्स, किराए पर रहने वाले लोग: जो खर्च कंट्रोल करना चाहते हैं।
- गांव के उपभोक्ता: जिन्हें बिल जमा करने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता था।
कहाँ से देखें रियल टाइम खपत और रिचार्ज स्टेटस
बिजली कंपनी का ऑफिशियल ऐप डाउनलोड कर लॉगिन करें। वहां “My Consumption”, “My Recharge” सेक्शन में जाकर रियल टाइम बिजली खर्च और बैलेंस देख सकते हैं। SMS और व्हाट्सएप पर भी जानकारी मिल जाएगी।
क्या होगा अगर रिचार्ज खत्म हो जाए?
रिचार्ज खत्म होने पर बिजली सप्लाई ऑटोमेटिक बंद हो जाएगी, जैसे मोबाइल में बैलेंस खत्म होने पर आउटगोइंग बंद हो जाती है। लेकिन जैसे ही रिचार्ज करेंगे, बिजली सप्लाई तुरंत शुरू हो जाएगी।
बिजली कंपनियों को क्या फायदा होगा
- रिवेन्यू लीक रोकने में मदद मिलेगी।
- बिल कलेक्शन रेट बढ़ेगा।
- मैनुअल मीटर रीडिंग में लगने वाला खर्च बचेगा।
- उपभोक्ता के साथ ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी।
कहाँ से मिलेगा स्मार्ट मीटर और कैसे होगा इंस्टॉलेशन
बिजली वितरण कंपनियां जैसे BSES, JVVNL, UP Power Corporation, MSEDCL, GUVNL आदि आपके क्षेत्र में स्मार्ट मीटर इंस्टॉल कर रही हैं। इसके लिए आपको कोई अलग आवेदन नहीं करना है, बिजली कंपनी का कर्मचारी मीटर लगाने आएगा और इंस्टॉलेशन के बाद आपका उपभोक्ता नंबर स्मार्ट मीटर में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
ऑफिशियल लिंक
डिस्क्लेमर: यह जानकारी आम जनता की सुविधा के लिए दी गई है। स्मार्ट मीटर की इंस्टॉलेशन प्रक्रिया, रिचार्ज और अन्य शर्तें राज्य व बिजली कंपनी के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं। किसी भी आर्थिक निर्णय या तकनीकी सहायता के लिए संबंधित बिजली कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जानकारी लें।
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